हिंदी सिनेमा जगत में माधुरी दीक्षित का नाम कौन नहीं जानता है। हिंदी सिनेमा जगत को एक बड़ी पहचान देने में अभिनेत्री माधुरी दीक्षित का नाम स्वर्णाक्षरों में लिखा गया है। माधुरी दीक्षित एक ऐसी अदाकारा हैं जिन्हे आज भी दर्शक बड़े पर्दे पर देखने के लिए आतुर हैं। माधुरी दीक्षित सिर्फ एक अदाकारा ही नहीं बल्कि हिंदी सिनेमा की डांसिंग डिवा भी हैं। जी हाँ, उन्होंने अपने हिंदी फ़िल्मी करियर में कई बेहतरीन फ़िल्में की, जिन्हे दर्शक आज भी बड़े चाव से देखतें हैं। माधुरी को हिंदी सिनेमा में उनके बेहतरीन अदाकारी के लिये चार बार फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री, एक बार फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री और एक स्पेशल अवार्ड से नवाजा जा चुका है। इन सभी पुरुस्कारों के अलावा उन्हे भारत सरकार् के चतुर्थ सर्वोच्च नागारिक सम्मान “पद्मश्री” से सम्मनित किया जा चुका है।
माधुरी दीक्षित का जन्म 15 मई 1965 को मुंबई में हुआ था। उस समय पिता शंकर दीक्षित और माता स्नेह लता दीक्षित की लाडली माधुरी को बचपन से डॉक्टर बनने की चाह थी, लेकिन कुदरत ने उन्हें अभिनेत्री बना दिया। माधुरी दीक्षित ने भारतीय हिन्दी फ़िल्मो मे एक ऐसा मुकाम बनाया है कि जिसे आज की अभिनेत्रियाँ अपने जीवन का आदर्श मानती है। 80 और 90 के दशक मे इन्होने स्वयं को हिन्दी सिनेमा मे एक प्रमुख अभिनेत्री तथा सुप्रसिद्ध नृत्यांगना के रूप मे स्थापित किया। इसी के चलते उनके लाजवाब नृत्य और स्वाभाविक अभिनय का ऐसा जादू है कि आज भी माधुरी पूरे देश की धड़कन बनी हुई हैं।
माधुरी की शुरुआती पढ़ाई डिवाइन चाइल्ड हाई स्कूल से सम्पूर्ण हुई। जिसके बाद माधुरी दीक्षित ने मुंबई यूनिवर्सिटी से स्नातक की शिक्षा पूरी की है।
वहीं अगर बात उनकी शादी की हो तो माधुरी दीक्षित की शादी डा. श्रीराम नेने के साथ हुई तथा उनके दो बच्चे भी हैं- रियान और एरिन नेने।
अब बात माधुरी दीक्षित के फिल्मी करियर की… माधुरी ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत साल 1984 में राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म अबोध से की थी। लेकिन यह फिल्म अपनी खास पैठ नहीं बना पाई। यूँ तो माधुरी को अपने शुरुआती करियर में कई असफलताओं का मुंह देखना पड़ा है। लेकिन उन्हें हिंदी सिनेमा में जो पहचान मिली है उसके पीछे कारण है फिल्म तेजाब का। इसी के चलते उन्हें उनकी बेहतरीन अदाकारी के लिए फिल्मफेयर पुरुस्कार का पहला नामकंन भी मिला था। इस फिल्म का गाना एक दो तीन आज भी माधुरी दीक्षित का आइकॉनिक सांग माना जाता हैं। इस सफल फिल्म के बाद फिर उन्होंने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा और हिंदी सिनेमा में बैक-टू बैक हिट फ़िल्में बनाती गईं। फिल्म अभिनेता अनिल कपूर के साथ इनकी जोड़ी खूब पसब्द की गई। उन्होंने तकरीबन बीस फिल्मों में एक साथ काम किया जिनमे से अधिकतर उनकी फ़िल्में सुपरहिट साबित हुई। उनकी फिल्मों का न सर्फ हिंदुस्तानियों पर था बल्कि पाकिस्तानी लोग भी उनकी अदाकारी के दीवाने थे। एक बार जब एक पाकिस्तानी ने जंग में कहा भी था कि “हम कश्मीर छोड़ देंगे, अगर आप हमें माधुरी दीक्षित दे दो तो”…
इसके अलावा 1990-2002 साल 1990 में उन्होंने आमिर खान स्टारर फिल्म दिल की हैं। हर फिल्म की तरह उनकी यह फिल्म भी सुपर हिट साबित हुई थी। उन्होंने इस फ़िल्म में एक अमीर लड़की की भूमिका निभायी थी, जिसे एक गरीब लड़के से प्यार हो जाता है। सबसे बड़ी सफलता तो उनके करियर को तब मिली जब उन्होंने राजश्री प्रोदुसतिओन की फिल्म ‘हम आपके हैं कौन’ की। इस फिल्म में उन्होंने निशा की भूमिका अदा की थी। यह हिंदी सिनेमा की पहली फिल्म थी जिसने वर्ल्डवाइड सब जयादा कमाई की थी। जहाँ इस फिल्म का यह रिकॉर्ड गिनीजबुक में भी दर्ज है वहीं इस फिल्म में उनके किरदार के लिए आलोचकों से बहुत अच्छी और सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। इस फिल्म में माधुरी के अलावा सलमान खान, मोहनीश बहल, रेणुका शाहने,अनुपम खेर, आलोक नाथ भी नजर आये थे। इसके बाद तो उन्होंने बॉक्स-ऑफिस पर कई सफलताओं के पैमाने बनाये।
शादी के बाद माधुरी ने फिल्मों से लम्बी दूरी बनाकर विदेश में जाकर बस गयी। साल 2006 में वापस आकर उन्होंने फिल्म आजा नचले से हिंदी सिनेमा में अपनी वापसी की। हालांकि इस फिल्म ने बॉक्स-ऑफिस पर कुछ अच्छा बिजनेस तो नहीं किया, लेकिन माधुरी के अभिनय को आलोचकों ने खूब सराहा। इसके बाद डेढ़ इश्किया और गुलाब गैंग जैसी फिल्मों में काम किया। को दर्शकों को सिनेमाघरों तक खीचनें में ज्यादा कामयाब नहीं हो पाई।इबके बारे में ये भी कहा जाता है कि इन्होने अपने टीवी करियर की शुरुआत साल 1985 में राजश्री प्रोडक्शन के शो पेइंग गेस्ट से की थी। वह इस शो में मेहमान की भूमिका में नजर आयीं थी। इसके बाद साल 2001 में वह सोनी के शो कौन बनेगा करोड़पति में भी नजर आयीं थीं।
फिलहाल माधुरी दीक्षित बतौर जज डांस बेस्ड रियलिटी शो नच बलिए में भी नजर आ चुकी हैं और इसके साथ ही वह डांस बेस्ड रियलिटी शो झलक दिखला जा सीजन 4, 5, 6,7 में बतौर जज नजर आ चुकी हैं।
अगर बात उनकी बेहतरीन फिल्मों की करें तो उनमें हमें शामिल करना होगा फ़िल्म तेज़ाब,अबोध, त्रिदेव, राम-लखन,प्रेम ग्रन्थ, हम आपके हैं कौन, हम तुम्हारे हैं सनम, ये रस्ते हैं प्यार के, दिल तो पागल है, देवदास, अंजाम, कानून अपना अपना,बेटा,दिल, राजा, लज्जा, खलनायक,किशन-कन्हैया, घरवाली-बाहरवाली, कोयला, मृत्युदंड, दीवाना मुझसा नहीं,सैलाब,वर्दी,देवदास, आज नचले, गुलाब गैंग, और डेढ़ इश्किया को।
फिलहाल माधुरी देश की एक ऐसी अदाकारा हैं, जिन्हे 13 बार फिल्मफेयर पुरूस्कार का नामंकन मिल चुका है, जिनमे से चार वो जीत चुकीं हैं। सकत ही वह हिंदी सिनेमा जगत की इकलौती ऐसी अभिनेत्री भी हैं, जिन्हे पंडित बिरजू महाराज द्वारा फिल्म देवदास के गाने के लिए कोरियोग्राफ किया गया था। यहाँ यह जिक्र करना भी जरूरी होगा कि फिल्म साजन के वक्त माधुरी दीक्षित फिल्म अभिनेता संजय दत्त के बेहद करीब आ गयी थी। लेकिन उनका यह रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं चल सका। वहीं वह कथक नृतय में पूर्ण पारंगत इसलिए हैं क्योंकि उन्होंने आठ साल तक कथक की पूर्ण शिक्षा ली है। जिस कारण उनके अभिनय और हुस्न के कायल फैन पूरी दुनिया में फैले हुए हैं। उन्ही में से एक फैन जमशेदपुर के है, जिन्होंने एक कैलेंडर लांच किया है, उसमें उन्होंने वर्ष की शुरुआत माधुरी के जन्मदिन 15 मई से की है। इतना ही नहीं उन्होंने भारत सरकार से दरख्वास्त भी की थी, कि माधुरी के जन्मदिन पर पब्लिक हॉलिडे घोषित किया जाए…
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