quotes
रश्मिरथी बेस्ट लाइन्स |Rashmirathi best lines
रश्मिरथी तृत्य सर्ग – वसुधा का नेता कौन हुआ
वसुधा का नेता कौन हुआ?
भूखण्ड-विजेता कौन हुआ?
अतुलित यश क्रेता कौन हुआ?
नव-धर्म प्रणेता कौन हुआ?
जिसने न कभी आराम किया,
विघ्नों में रहकर नाम किया।
रश्मिरथी:भारत के महान राष्ट्रीय कवि राम धारी सिंह दिनकर की लिखित ‘रश्मिरथी’ से प्रेरणादायी छंद। छंद का अर्थ है कि – “कौन पृथ्वी पर नेतृत्व करने में सक्षम रहा है? कौन अप्राप्य है और कौन अधिकतर जीता है?” वह जो कभी हार नहीं मानता और चुनौतियों का सामना करता है। कविता कर्ण के जीवन के आसपास केंद्रित है, जो महाकाव्य- महाभारत में अविवाहित रानी कुंती का पुत्र था।
An inspirational verse from the ‘Rashmirathi’ by great National poet of India -Ram Dhari Singh Dinkar. The verse means that – ” Who has been able to lead on Earth? Who is unmatchable and who mostly wins?
The one who never give up, and faces the Challenges.
The poem is centered around the life of Karna, who was the son of unmarried queen Kunti in the epic- Mahabharata.
#सम्बंधित:- आर्टिकल्स
- स्वामी विवेकानंद के विचार
- पितृ दिवस – आधुनिक और वैदिक संस्कृति
- सुकरात के विचार
- अटल जी की कविता ”कदम मिलाकर चलना होगा”
- जगजीत सिंह की गज़लें
- चाणक्य नीति
- महात्मा गांधी के विचार
- क्रांतिकारियों की क्रांति, शायराना अंदाज़ में